जिस उम्र में लोग अपनी रिटायरमेंट की गुणा-भाग लगाते हैं उस समय में इस महिला उद्यमी ने अपनी अच्छी-खासी कोटक बैंक की नौकरी छोड़ खड़ा किया बिजनेस |
ब्यूटी स्टार्टअप नायका (Nykaa) की फाउंडर फाल्गुनी नायर, डॉ. किरण मजूमदार शॉ के बाद भारत की सबसे अमीर स्व-निर्मित (Selfmade) महिला अरबपति हैं | आज नायका देश में ब्यूटी प्रोडक्ट की टॉप ई-कॉमर्स साइट में शामिल है |
इस प्लेटफॉर्म पर हर मिनट 30 से ज्यादा मेकअप प्रोडक्ट बिकते हैं | नायका आज कई अरबों (Billions) की कंपनी बन गई है |
फाल्गुनी नायर को ईवाई (EY) एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर 2021 नामित किया गया | कंसल्टिंग फर्म के अनुसार, फाल्गुनी नायर 9 जून, 2022 को होने वाले ईवाई वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवार्ड में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी |
आज के समय में यह कहना कि महिलाएं घर की चार दिवारी के लिए ही बनी हैं और उनका काम केवल घर, बच्चे व परिवार संभालना और किचन का काम देखना है | तो यह उनकी योग्यता पर व्यंग करने जैसा है, कहीं और की नहीं हम अपने भारत की ही बात करें तो आज बहुत सी महिलाओं ने अलग-अलग क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है |
अब प्रोफेसर से लेकर आर्मी तक, ऑटो चालक से लेकर मिसाइल प्रक्षेपण तक, आईटी क्षेत्र से लेकर फैशन व सौन्दर्य-प्रसाधन तक हर जगह महिलाओं ने अपनी स्थिति बड़ी ही सफलता के साथ दर्ज कराईं है |
कुछ करने के लिए एक निर्धारित उम्र होती है, अगर आप ऐसा सोचते है तो आप गलत है | क्योंकि कुछ कर दिखाने और सीखने की कोई समय सीमा और उम्र नहीं होती, जब लगन और जुनून आपकी क्षमता में जुड़ जाए बस वही सही समय है |
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एक महिला जिसने जिंदगी के ऐसे पड़ाव पर, अपना व्यापार शुरू किया, जिस समय में आकर अधिकतर लोग रिटायरमेंट ले लेते हैं और अपने बुढ़ापे की योजनाएं बनाते हैं |
इन्होंने न केवल अपना व्यापार शुरू किया, बल्कि देश में पहले से स्थापित बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियों को बराबर की टक्कर देकर एक मिसाल कायम की |
फाल्गुनी नायर ने एक इंटरव्यू में कहा था, “युवा महिलाओं के लिए, मैं कहूंगी कि आप अपने जीवन का केंद्र हैं | मैं देखती हूं कि महिलाएं अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रही हैं पर अपने सपनों का पीछा नहीं कर रही हैं | आप अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और सपने देखना जरूरी है |”
Falguni Nayar
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (आईआईएमए) के 57वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में फाल्गुनी नायर ने प्रबंधन स्नातकों को सलाह दी कि वे अपने करियर के प्रारंभिक वर्षों को जोखिम लेने और पुरस्कारों का पीछा करने के बजाय अधिक सीखने में बिताएं |
उन्होंने कहा, “लक्ष्य के रास्ते में जोखिम लेने से न डरें | आप अब एक ऐसी दुनिया में प्रवेश करने जा रहे हैं जो तेजी से जोखिम-अनुकूल है | अपने करियर के शुरुआती वर्षों में सही चुनौतियों का चुनाव करें और खुद पर कुछ साहसिक दाव लगाएं | परीक्षण करें कि आपको क्या पसंद है और क्या नहीं | ऐसी भूमिकाएं निभाएं जो आपको आपके आराम क्षेत्र से बाहर कर दें और इसलिए खुद को चुनौती दें |”
आइये जानते है फाल्गुनी नायर के बारे में
प्रारंभिक जीवन
फाल्गुनी नायर का जन्म 19 फरवरी 1963 को, मुंबई शहर में रहने वाले एक गुजराती परिवार में हुआ था | उनके पिता जी एक बॉल-बेयरिंग कंपनी के मालिक थे |
फाल्गुनी नायर आरंभ से ही एक मेधावी छात्रा थीं | उन्होंने द न्यू एरा स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की | 12वीं की शिक्षा पूरी कर, उन्होंने इकोनॉमिक व कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई पूरी की | इसके बाद उन्होंने भारत के सबसे प्रतिष्ठित मैनेजमेंट कॉलेज आईआईएम अहमदाबाद से अपनी एमबीए की डिग्री पूरी की |
19 मई 1987 में उन्होंने अपने साथ आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ने वाले संजय नायर से शादी की | उनके पति संजय नायर अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर के भारत में सीईओ हैं | साथ ही वह एशिया पोर्टफोलियो प्रबंधन समिति (Asia Portfolio Management Committee) और एशियाई निवेश समिति (Asian Investment Committee) के सदस्य भी हैं |
उनके दो जुड़वा बच्चे है, बेटे का नाम अंचित नायर और बेटी का नाम अद्धिता नायर |
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शुरूआती करियर
फाल्गुनी नायर ने पढ़ाई पूरी करने के बाद, लगभग 8 सालों तक ए एफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी (A F Ferguson & Co.) में सलाहकार के रूप में काम किया | फिर, उन्होंने कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी में लगातार 20 सालों तक काम किया | वह वहाँ इन्वेस्टमेंट बैंकर से लेकर कैपिटल इन्वेस्टमेंट, मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर स्थापित रहीं |
फाल्गुनी नायर एक अच्छी उच्चतम पद पर अच्छे खासे वेतन की नौकरी कर रहीं थीं | लेकिन उनके मन में कही न कही हमेशा अपना कुछ करने की एक ललक थी | बिजनेस करने का उनका जुनून धीरे-धीरे अपनी जड़ें गहरी करता गया और उन्होंने 50 साल की उम्र में अपनी नौकरी छोड़ दी |
उनका मानना है कि बिजनेस की समझ और उसकी गहराइयां उन्हें, उनके परिवार से बचपन में ही मिल गई थीं | उनके घर में अक्सर लोग शेयर बाजार और बिजनेस की ही बातें किया करते थे | बेसिक बिजनेस करने का फैसला उन्होंने एक लंबे पड़ाव के साथ लिया लेकिन जब लिया तो हलचल मचा दी |
नायका की स्थापना
फाल्गुनी नायर ने अपने इन्वेस्टमेंट बैंकर के कैरियर में देखा कि कैसे नए-नए स्टार्टअप अपनी मेहनत और लगन से कुछ सालों में एक बड़े ब्रांड में परिवर्तित हो जाते है | उन सभी से प्रेरणा ले वह अपनी मंजिल की ओर अग्रसर हुईं |
साल 2012 में उन्होंने अपनी बेहतर नौकरी छोड़ नायका की स्थापना की | उस समय उनके सहकर्मी और दोस्त उन्हें पागल कहते क्योंकि 50 साल की उम्र मे प्रवेश करने वाली महिला, अपना अच्छा भला करियर छोड़ बिजनेस शुरू करने जा रही थी | वो भी एक ऐसे क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही थी, जिसके बारे में उन्हें पूरी जानकारी भी नहीं थी |
फाल्गुनी नायर को सौंदर्य प्रसाधन के बिजनेस का तब सोचा जब वह सेफोरा नामक ब्यूटी प्रोडेक्ट की दुकान में गईं | वह वहां, सेल्समैन की सेवा से बहुत प्रभावित हुई |
उन्हें वहां सर्विस इतनी पसंद आई कि उन्होंने बहुत सारे प्रोडक्ट खरीद लिए | बस यहीं से उनके दिमाग में योजना ने जन्म लिया |
उन्होंने सोच लिया कि क्यों न ऐसी सर्विस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए शुरू की जाए? जहां लोगों के त्वचा के रंग (Skin Tone) और बनावट के अनुसार ब्यूटी प्रोडक्ट उपलब्ध करवाया जाए |
उन्होंने तय किया कि वह एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार करेंगी जहाँ सस्ते से सस्ता और मँहगे से महँगा ब्रांड उपलब्ध हो | एक ऐसा प्लैटफॉर्म जहाँ से न केवल शहरों में, बल्कि छोटे कस्बों और गांवों में लोग भी इन ब्यूटी प्रोडक्ट को अपने प्रयोग में ला पाएं | और इस तरह से, नायका का शुभारंभ हुआ |
बिजनेस की शुरुआती दिनों में यू-टीवी के मालिक रॉबिन स्क्रूवाला और पीवीआर के मालिक अजय बिजली उनकी प्रेरणा बने |
फाल्गुनी नायर ने ‘नायका’ की शुरुआत में काफी मुश्किलों का सामना किया | उनके तीन मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों ने पहले तीन-चार सालों में ही इस्तीफा दे दिया था | इसलिए, शुरुआत में उन्हें स्वयं ही सभी आर्डर देखने पड़ते थे |
कितनी भी समस्या के बाद भी, उन्होंने अपने हौसले को डगमगाने नहीं दिया | साल 2014 में, सिकोइया कैपिटल इंडिया से उनकी कंपनी को करीब 7 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश मिला | जिसके बाद, कई लोगों ने धीरे-धीरे ‘नायका’ में निवेश करना शुरू किया |
मार्च 2020 में, नायका को लगभग 100 करोड़ के आसपास स्टीडव्यू कैपिटल से निवेश मिला | दोबारा मई 2020 में, लगभग 67 करोड़ के आसपास नायका को वित्तीय सहयोग मिला |
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आज कैटरीना कैफ और आलिया भट्ट जैसे फिल्मी सितारों ने भी नायका में निवेश किया है
नायका ने अपना पहला स्टोर साल 2014 में शुरू किया था | 31 अगस्त 2021 तक FSN ई-कॉमर्स के पास देशभर के 40 शहरों में 80 स्टोर हैं | नायका का ब्यूटी और पर्सनल केयर के लिए एक प्राइमरी ऐप भी उपस्थित है | इसके अलावा नायका फ़ैशन के रूप में कपड़े, एक्सेसरीज औय फैशल ने जुड़े प्रॉडक्ट्स शामिल हैं | इनके ऐप पर रिटेल स्टोर्स से 4,000 से ज्यादा ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन ब्रांड जुड़े हुए हैं |
नायका के जो ऑफलाइन स्टोर हैं, वो तीन श्रेणी में वर्गीकृत हैं | जिनमें Nykaa Luxe, Nykaa On Trend और Nykaa Beauty Kiosks है |
नायका एक ऐसा ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म है जहाँ ब्यूटी और स्वास्थ से जुड़े न केवल खुद के उत्पाद उपलब्ध कराता है बल्कि यह नामी ब्रांड जैसे LAKME, KAYA Skin Clinic, Loreal और इंटरनेशनल ब्रांड जैसे MAC, DIOR, Huda Beauty जैसे प्रोडक्ट भी ऑनलाइन सप्लाई करवाता है |
नायका के ब्यूटी व कॉस्मेटिक और फैशन ब्रांड
नायका के ब्यूटी और कॉस्मेटिक में खुद के ब्रांड है | जिनमें Nykaa Naturals, Nykaa Cosmetics और Kaya Beauty शामिल है |
नायका के फैशन ब्रांड NYKD by Nykaa, 20 Dresses, RSVP by Nykaa Fashion, Nykaa Pipa & Bella है |
2015 में नायका ने अपने ब्यूटी प्रोडक्ट लॉन्च किए | इसके बाद स्किन केयर और पर्सनल केयर प्रोडक्ट लॉन्च किए |
फाल्गुनी नायर ने 2019 में मसाबा गुप्ता के साथ मिलकर Masaba by Nykaa नाम के एक ब्यूटी रेंज की शुरूआत की | इसी साल उन्होंने 20 ड्रेसिस (20dresses.com) को स्थापित किया | जो महिलाओं का अग्रणी स्टाइल प्लेटफॉर्म है | इसके साथ ही नायका ने अपना सेलिब्रिटी साझेदारी ब्रांड ‘काया ब्यूटी’ को बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ के साथ मिलकर शुरू किया |
फाल्गुनी नायर ने नायका को इन्वेंटरी मॉडल पर उपस्थित किया है | इसके वेयरहाउस दिल्ली, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और बेंगलुरु में है |
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नायका के रेवेन्यू और लाभ
नायका के रेवेन्यू और लाभ की बात करे तो 2020 में नायका का कारोबार 17778 मिलियन के करीब था | वहीं उन्हें 163 मीलियल का नुकसान भी झेलना पड़ा |
2021 में नायका का रेवेन्यू 24536 मीलियन के आसपास रहा और 619 मीलियन का लाभ हुआ |
नायका एक पहला यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप है, जो कि लाभ में है | यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप वो होते हैं, जिनका वैल्यूएशन 1 मिलियन डॉलर के पार हो जाता है |
IPO लिस्टिंग में धमाल किया
10 नवंबर 2021 को नायका ने आईपीओ (Initial Public Offering, IPO) लिस्टिंग में धमाल किया |
इसके साथ ही कंपनी की फाउंडर फाल्गुनी नायर भारत की सबसे अमीर स्व-निर्मित महिला बन गईं | नायका का आईपीओ, 28 अक्टूबर 2021 दिन बुधवार को शेयर मार्केट में सूचीबद्ध हुआ |
कंपनी का शेयर मार्केट में डेब्यू बहुत धमाकेदार रहा और बाजार पूंजीकरण एक लाख करोड़ के पार हो गया | फाल्गुनी नायर कंपनी के आधे शेयर की मालकिन हैं, जिनकी कीमत अब $6.5 बिलियन हो चुकी है |
नायका की मूल कंपनी FSN E-Commerce वेंचर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने वाली, ऐसी पहली यूनिकॉर्न कंपनी है जिसका नेतृत्व एक महिला कर रहीं हैं | नायका का आईपीओ 3 दिनों के लिए खुला था, जो 1 नवंबर 2021 को बंद हुआ था | उनके प्रस्ताव को आईपीओ में 82 गुना बार सब्सक्राइब (subscribe) किया गया |
अगला लक्ष्य
फाल्गुनी नायर का अगला लक्ष्य अपने ऑफलाइन कारोबार को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है | 2024 तक वह नायका के 180 ऑफलाइन स्टोर खोलने की योजना बना रही है |
पुरस्कार और सम्मान
- फिक्की (FICCI) महिला संगठन (FLO) पुरस्कार
- वुमन अहेड अवार्ड: द इकोनॉमिक टाइम्स स्टार्ट-अप अवार्ड्स 2017
कैसी लगी आपको फाल्गुनी नायर की बिजनेस यात्रा? हमे कमेंट बॉक्स में बताना न भूले |
Jagdisha उम्र केवल एक नंबर है क्योंकि जुनून की कोई आयु निर्धारित नही होती | फाल्गुनी नायर प्रेरणा हैं हर उस सपने का जो एक महिला अपनी प्रगति, उन्नति और आर्थिक स्वावलंबता के लिए देखती | अगर सपनों को जीने का उद्देश्य दृढ़ हो तो क्षमता अवश्य ही संगठित होती रहती है | बस एक बार आत्मविश्वास को एकत्रित कर अपने पथ पर चलने की देर भर होती है |
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