muskan shaikh powerlifting

वंदे मातरम्! लड़की में दम है। महिला खिलाड़ी ने जीत लिए चार गोल्ड मेडल। देश की खिलाड़ी महिलाएं खरा उदाहरण है महिला सशक्तिकरण का, जो अपने दम का लोहा मनवा रहीं हैं।

मुस्कान शेख ने न्यूजीलैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में चार गोल्ड मेडल जीतकर विश्वभर में भारत का परचम लहरा दिया।

हौसले की बुनियाद जितनी मजबूत होती है, मुश्किलें उतनी ही कमजोर हो जाती है। 

“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।”

सोहनलाल द्विवेदी द्वारा लिखित इन पंक्तियों को हम सबने पढ़ा जरूर है। लेकिन जीवन में उतारा कितनों ने?

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कौन है, मुस्कान शेख़?

मुस्कान शेख शिवपुरी जिले के छोटे से गांव मझेरा की रहने वाली हैं। उनके पिता दारा मोहम्मद पोल्ट्री फार्म व्यवसायी हैं।

18 वर्षीय मुस्कान के चार भाई बहन है। वह 2016 से पावर लिफ्टिंग की तैयारी कर रही हैं। इससे पहले उन्होंने हैंड बॉल में खुद को आजमाया। 

उन्हें बहुत-सी असुविधाओं का सामना करना पड़ा और गांव में रहकर सही अभ्यास न कर पाने के कारण उनका झुकाव वेट लिफ्टिंग की ओर हो गया। 

मुस्कान ने 2016 में पहली बार स्टेज हैंडबॉल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इसके बाद साल 2017-18-19 में वह नेशनल खेल चुकी हैं।

बीच में कोरोना की वजह से विराम लगा। मुस्कान ने कोरोना खत्म होते ही पावर वेटलिफ्टिंग की प्रतियोगिता में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। 

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पिता ने किया सहयोग

उनके पिता दारा मोहम्मद ने अपनी बेटी के साथ पूरी मेहनत की और ना केवल खुद उनके प्रशिक्षक बने बल्कि देशभर में जहां भी मुस्कान खेलती हैं, वह वहां उनके साथ जाते हैं।

अगर माता-पिता अपने बच्चों की सामर्थ समझ उनके सपनों को पूरा करने में सहयोगी होते हैं, तो सच मानो आधा भार तो यूं ही उतर जाता। 

लेकिन अगर वही समाज का वास्ता दें और अपनी उम्मीदों का पूरा बोझ संतान पर डाल देते तो उस समय संघर्ष चौगुनी हो जाता।  

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देश को किया गौरवान्वित

देखते ही देखते मुस्कान शेख़ ने जिला स्तर से लेकर संभाग स्तरीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अपना डंका बजा दिया। 

उन्होंने अगस्त 2022 में ऑल इंडिया पावर लिफ्टिंग कंपटीशन में दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे।

फिर मुस्कान का चयन न्यूजीलैंड में होने वाले कॉमनवेल्थ पावर लिफ्टिंग में हुआ। चैंपियनशिप में शामिल होने के लिए भारत से 22 सदस्यों का पहला ग्रुप 25 नवंबर को रवाना हुआ था। इस समूह में मुस्कान शेख भी शामिल थीं।

जहां मुस्कान ने 64 किलो कैटेगरी में पावर वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता में चार गोल्ड मेडल हासिल करते हुए अपने प्रदेश सहित देश को गौरवान्वित किया।

उन्होंने एस्कॉट लिफ्टिंग में 105 किलो, बेंच प्रेस में 57.5 किलो और डेड लिफ्टिंग में 120 किलो भार उठाया। तीनों कैटेगरी में नंबर वन आने के बाद उन्हें टोटल वेट काउंट के लिए भी स्वर्ण पदक मिला है।

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मिल रहीं हैं बधाईयां

केंद्रीय नागरिक विमानन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर मुस्कान शेख को बधाई दी है। उन्होंने लिखा है कि शिवपुरी की बेटी मुस्कान शेख ने न्यूजीलैंड में कॉमनवेल्थ पावर लिफ्टिंग कॉम्पिटिशन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया है। इस स्वर्णिम सफलता पर मुस्कान को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। देश को आप पर गर्व है!

राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भी मुस्कान शेख की सफलता पर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी खिलाड़ी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मुस्कान शेख की इस विजय पर प्रदेशवासियों को गर्व है। उन्होंने देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है। साथ ही उन्होंने मुस्कान के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

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शक्ति की प्रतीक चिरकाल से देवी को ही माना गया है, जो कि महिला का स्वरूप है। फिर बेचारी कहलवाने में जाने क्या मजा आता है। हर महिला शक्तिस्वरूपा है, बस अपने अंदर निहित सामर्थ्य को पहचानने की आवश्यकता है। 

चुनौतियों से जो अड़ जाते हैं, वे हमेशा जीत जाते हैं।

 Jagdisha मुस्कान शेख़ आपको अनेकानेक बधाईयां! आप भविष्य में भी भारत देश का नाम रोशन करती रहें।

सभी पाठकों ने अनुरोध है कि आप अपने विचार और राय हमारे साथ अवश्य सांझा करें। धन्यवाद!

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