jenny chaudhary

उदयपुर स्थित चोखाहार नाम से सिल्वर ज्वैलरी और एक्सेसरीज, 2019 में जेनी चौधरी द्वारा लॉन्च किया गया एक ऑनलाइन ओर ऑफलाइन मार्केटप्लेस स्टार्टअप है | और इस सिल्वर ज्वैलरी और एक्सेसरीज निर्माण स्टार्टअप का उद्देश्य अंतराष्ट्रीय बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत करना है |

अब ज्वैलरी का शौक भला किस महिला को नहीं होता | भारतीय महिलाओं का तो आभूषणों से विशेष प्रेम होता है | इसमें कोई संशय भी नहीं है कि किसी भी परिधान की सुंदरता में गहने अलंकार का कार्य करते हैं |

साधारण और पार्टीवियर या सांस्कृतिक और मॉडर्न हर तरह के परिधान ज्वैलरी के बिना नीरस से लगते है और इनके साथ पहनने वाले की खूबसूरती में चार चाँद लगा देते है |

आभूषण महिलाओं की सुंदरता, आकर्षण और विशिष्टता को अलंकृत करते है | ऐसे में जेनी चौधरी ने उदयपुर की समृद्ध संस्कृति से प्रेरित हो चाँदी के आभूषणों को एक नया रूप ही दे दिया |

चोखाहार, अपने डिजाइनों के माध्यम से, सांस्कृतिक विरासत, समृद्ध परंपराओं, रत्नों से सजे शाही महलों के किस्सों और राजस्थान की अतुलनीय शिल्प कौशल को व्यक्त कर रहा है |

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संस्कृति से प्रेरित

झीलों का शहर और मेवाड़ के पूर्व साम्राज्य की राजधानी उदयपुर इतिहास, राजघराने, महलों, संस्कृति और परंपराओं का पर्याय है |

उदयपुर की समृद्ध संस्कृति से प्रेरित होकर 2019 में जेनी चौधरी ने एक ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केटप्लेस चोखाहार को लॉन्च किया, जो चाँदी के आभूषणों की श्रृंखला पेश करता है |

चोखाहार चांदी के आभूषण संग्रह रॉयल्टी और लक्जरी का प्रतिनिधित्व करते हैं | सभी डिजाइन विरासत से प्रेरित हैं | 

जेनी चौधरी ने एक्सेसिबिलिटी या यूं कहें कि पहुंच के मामलों के समाधान के रूप में ऑनलाइन सिल्वर ज्वैलरी स्टोर शुरू किया | 

चोखाहार ने अपनी यात्रा की शुरुआत समृद्ध भारतीय परंपराओं और संस्कृति के साथ आधुनिक महिलाओं को फिर से जोड़ने के उद्देश्य से की |

सिल्वर ज्वैलरी स्टार्टअप की उभरता इस बात से लगाई जा सकती है कि इनकी ज्वैलरी और एक्सेसरिज का जादू माधुरी दीक्षित और मॉनी रॉय पर भी चल गया और वे भी उनकी ग्राहक बनी |

चोखाहार ने भारतीय हस्तियों और अभिनेताओं के लिए भी चाँदी का सामान उपलब्ध कराया है |

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चोखाहार का विचार कैसे आया?

अहमदाबाद से वित्तक्षेत्र में एमबीए स्नातक जेनी चौधरी ने नवंबर 2018 तक एस एंड पी ग्लोबल के साथ काम किया | 

लेकिन फैशन और ज्वैलरी के लिए उनके प्यार और इस क्षेत्र में कुछ बेहतर करने की सोच ने चोखाहार के विचार को जन्म दिया | 

‘चोखा’ शब्द जिसका मारवाड़ी में अर्थ होता है ‘सर्वश्रेष्ठ’ और ‘हार’, जो आभूषण का प्रतीक है, और इस तरह उन्होंने अपने स्टार्टअप का नाम दिया चोखाहार |

जेनी चौधरी एक ऐसे परिवार से संबंध रखती है जो लंबे समय से चाँदी के आभूषणों का कारोबार कर रहा है | यानी कि वह ज्वैलरी डिजाइनिंग की दूनिया से अपरिचित तो बिल्कुल नहीं थी बल्कि आभूषणों के निर्माण से उनका संबंध तो बहुत पहले से ही जुड़ा हुआ था |   

उनके पिता और चाचा उदयपुर के एक प्रतिष्ठित स्टोर सिल्वर आर्ट पैलेस में 1980 से आभूषणों का निर्माण और बिक्री कर रहे हैं |

इस ज्वैलरी स्टार्टअप की शुरुआत जेनी चौधरी ने 20 लाख रुपये के निवेश से शुरू की थी |

जेनी चौधरी पूर्ववर्ती महाराजाओं की गाथाओं, प्राचीन महलों और उनकी समृद्ध जीवनशैली को सुनते हुए बड़ी हुई हैं | 

भारत के गहन इतिहास और विविध संस्कृतियों ने उन्हें काफी प्रभावित किया | यही एक बड़ा कारण भी है कि उन्होंने एक चाँदी के आभूषण की दुकान के विषय में सोचा जो भारतीय परंपराओं से बहुत प्रेरित और प्रभावित है |

शुरुआत में जेनी चौधरी ने सोशल मीडिया, विशेष रूप से इंस्टाग्राम पर ध्यान केंद्रित किया था | फिर उन्होंने एसईओ और ऑर्गेनिक विकास को लेकर वेबसाइट पर अपना काम किया | 

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ज्वैलरी मार्केट

भारत का रत्न और आभूषण सेक्टर दुनिया के सबसे बड़े क्षेत्र में से एक है, जो वैश्विक आभूषण की खपत में लगभग 29% का योगदान देता है | 

इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (IBEF) की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाजार का आकार 2025 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुँचने की संभावना है |

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चोखाहार का बिक्री प्रस्ताव

चोखाहार अपने विशेष ज्वैलरी डिजाइनों से उचित मूल्यों पर आधुनिक महिलाओं को आकर्षित करता है |

चोखाहार चाँदी के सामान की एक श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें झुमके, हार, अंगूठियां, कंगन, चूड़ियाँ, हाथ के कफ, पैर के कड़े और चंगुल शामिल हैं |

स्टार्टअप होम डेकोर आइटम जैसे कि दर्पण, चांदी के फ्रेम, दीवार पैनल, ट्रे, प्रार्थना आइटम और बहुत कुछ प्रदान करता है | कीमतें चाँदी के इस्तेमाल की मात्रा और कारीगरी पर निर्भर करती हैं |

जिस समय ग्राहक एक ऑर्डर देता है, तो वह लॉजिस्टिक के आधार पर पूरे भारत में लगभग 15 दिनों के भीतर डिलीवर करते हैं |

चोखाहार ग्राहकों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित आभूषण भी प्रदान करता है | दूसरे शब्दों में कहें तो यदि ग्राहक आभूषण का टुकड़ा या उत्पाद कस्टमाइज्ड कराना चाहते हैं, तो वे उनकी मांग के अनुसार भी ज्वैलरी या एक्सेसरिज निर्माण करके देते हैं | कस्टमाइज्ड उत्पाद की डिलीवरी यह स्टार्टअप एक महीने में करता है |

जेनी चौधरी के विशेषज्ञ शिल्प कौशल, बढ़िया डिटेलिंग और सुंदर जटिल कार्य, जो बीते युग के महलों की भव्यता से प्रेरित हैं, जो उन्हें अद्वितीय बनाते हैं | 

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पारंपरिक डिजाइनों को आधुनिक डिजाइनों में बदलने की उनकी क्षमता उन्हें दूसरों से अलग करती है |

कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच रहना आसान तो नहीं है लेकिन जेनी चौधरी हमेशा अपना प्रयास जारी रखती हैं और उचित मूल्य पर चांदी के असामान्य आभूषणों की पेशकश करती हैं | 

वह हमेशा विकसित होती प्रवृत्तियों के शीर्ष पर बने रहने और आधुनिक महिलाओं को आकर्षित करने वाले डिजाइन बनाने की माँगों पर केंद्रित रहती हैं |

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चोखाहार की वर्तमान स्थिति

आमतौर पर, चोखाहार उत्पाद को 25 से अधिक आयु वर्ग में लक्षित किया गया है, जिसके अधिकांश ग्राहक भारत में टीयर- 1 और टियर- 2 शहरों में हैं |

चोखाहार की स्थापना के वर्ष से राजस्व में 30% की वृद्धि हुई है |

जेनी मानती हैं कि कोविड महामारी के बीच, आवश्यक उत्पादों पर ध्यान बढ़ा है और लक्जरी उत्पादों की मांग कम हो गई है |

हालांकि उनकी टीम, जो कि पूंजी और राजस्व को व्यवसाय में वापस ला रही है, उनका मानना है कि यह समय बदल जाएगा और आगे की वृद्धि जारी रहेगी | 

जैविक पहुंच बढ़ाने के लिए आक्रामक तरीके से काम करते हुए, चोखाहार का लक्ष्य अपने ब्रांड मूल्य में सुधार करना और व्यापक ग्राहकों तक पहुँचना है | 

स्टार्टअप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना बना रहा है |

काम अगर इच्छानुकूल और सपनों से जुड़ा हुआ हो, तो प्रयास स्वतः ही अपनी रफ्तार ले लेता है | बस परिस्थितियों के जाल से अगर स्वयं को निकाल लेना का हौसला है, तो कुछ भी असंभव नहीं |

Jagdisha जेनी चौधरी हमारी शुभकामनाएं है कि आप अपने क्षेत्र में शीर्ष ऊँचाईयों तक पहुँचे |

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