वनडे मैचों में लगातार 7 अर्धशतक बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर

सोचने भर से या ख्याली दुनिया में रहने से किसी को उपलब्धि नही मिलती | आग में तप कर ही सोना ओर और हो जाता है | 

महिलाएं फूड, मेकप और फ़ैशन की दुनिया में ही नही बल्कि लगभग सभी अन्य क्षेत्रों जैसे शोध कार्य से लेकर वाहन चालक तक और सेना से लेकर खेल जगत में उनके नाम की तूती बोलती है |

क्रिकेट खेल से प्रसिद्धि प्राप्त करने वाली भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज को आज कौन नही जानता |

मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट टीम की वर्तमान कप्तान हैं| वह 2005 में टीम की कप्तान बनी | उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट की महिला तेंदुलकर भी कहा जाता है |

मिताली राज दाएं हाथ की बल्लेबाज और दाएं हाथ की लेग ब्रेक गेंदबाज हैं | वे टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला खिलाड़ी है | 

जून 2018 में, मिताली राज T20 अंतर्राष्ट्रीय में 2000 रन बनाने वाले पहली भारतीय बल्लेबाज बनी | वह एकदिवसीय (वनडे) (ODI) अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में 6,000 रनों को पार करने वाली एकमात्र महिला क्रिकेटर हैं | उनके पास वनडे मैचों में सर्वाधिक अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड प्राप्त है, उन्होंने लगातार 7 बार अर्धशतक बनाये है |

मिताली राज प्रथम भारतीय और विश्व में 5वी महिला खिलाड़ी है, जिन्होंने विश्व कप में 1,000 से अधिक रन बनाए है |

मिताली राज एकमात्र खिलाड़ी (पुरुष या महिला) हैं जिन्होंने एक से अधिक आईसीसी ओडीआई विश्व कप फाइनल में भारत का नेतृत्व किया है | उन्होंने दो बार 2005 और 2017 में आईसीसी ओडीआई विश्व कप फाइनल में भारत का नेतृत्व किया था |

1 फरवरी 2019 को, न्यूजीलैंड महिलाओं के खिलाफ भारत की श्रृंखला के दौरान, वह 200 एकदिवसीय मैचों में खेलने वाली पहली महिला बनीं | सितंबर 2019 में, उन्होंने ODI क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए T20 से संन्यास की घोषणा की | 2019 में, वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 साल पूरे करने वाली पहली महिला बनीं |

जुलाई 2021 में, मिताली राज इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे महिला वनडे मैच में, महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गईं | उन्होंने शार्लेट एडवर्ड्स के 10,273 रनों के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया |

मिताली राज का मानना है कि महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की आवश्यकता है | उसके लिए अच्छे स्पांसर को आगे आना चाहिए |  

जन्म और प्रारंभिक जीवन

मिताली राज का जन्म 3 दिसम्बर 1982 को जोधपुर, राजस्थान में एक तमिल परिवार में हुआ था | उनके पिता का नाम दोराई राज हैं, जो भारतीय वायु सेना में एक अधिकारी थे और बाद में वे बैंक में अधिकारी हुए | उनकी माँ का नाम लीला राज है |

वह हैदराबाद, तेलंगाना में पली-बढ़ी हैं | उन्होंने हैदराबाद में कीज़ हाई स्कूल फॉर गर्ल्स से शिक्षा प्राप्त की है | उन्होंने अपनी इंटरमीडिएट की शिक्षा सिकंदराबाद के कस्तूरबा गांधी जूनियर कॉलेज फॉर विमेन से प्राप्त की है | 

मिताली राज ने 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था | वह अपने बड़े भाई मिथुन राज के साथ अपने स्कूल के दिनों में क्रिकेट कोचिंग करने लगी थीं |

उनके पिताजी स्वयं भी क्रिकेटर रहे हैं | उनके माता-पिता ने उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयत्न किये | उनकी माँ ने बेटी की सहायता करने के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी |  

बचपन में जब उनके भाई को क्रिकेट की कोचिंग दी जाती थी, तब वह मौक़ा पाते ही गेंद को घुमा देती थी | तब क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उन्हें नोटिस किया और कहा कि वह क्रिकेट की एक अच्छी खिलाड़ी बनेगी

मिताली राज को डांस का भी बहुत शौक था | उन्होंने भरतनाट्यम नृत्य में भी अभ्यास किया है | क्रिकेट के कारण वह अपनी भरतनाट्यम् नृत्य कक्षाओं से बहुत समय तक दूर रहती थी | तब नृत्य अध्यापक ने उन्हें क्रिकेट और नृत्य में से एक को चुनने की सलाह दी थी | और मिताली राज ने अपने करियर के लिए क्रिकेट को चुना |

मिताली टीवी पर क्रिकेट केवल इसलिए देखती थी ताकि सचिन तेंदुलकर के बल्ले का जादू देख सकें और उनकी तरह से कुछ शाट्स खेल सकें | उन्हें सचिन तेंदुलकर के स्ट्रेट ड्राइव और स्केवयर कट बहुत पसन्द हैं |

संपत कुमार मिताली राज के कोच है, जिनके नेतृत्व में उन्होंने क्रिकेट खेल का अभ्यास किया | गर्मी हो या बारिश मिताली को अभ्यास के लिए दिल्ली जाना होता था | 

घरेलू प्रतियोगिता में रेलवे के लिए खेलते हुए, राज ने एयर इंडिया के लिए पूर्णिमा राऊ, अंजुम चोपड़ा और अंजू जैन जैसे सितारों के साथ खेलना शुरू किया |

उनकी मेहनत और निरंतर अभ्यास ने अपना रंग दिखाया और उनकी प्रतिभा उभरकर सामने आई | सिर्फ 17 साल की उम्र मे उनका चयन भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया |

क्रिकेट करियर

साल 1997 में मिताली राज का चयन भारतीय महिला क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय विश्व कप के लिए हुआ जरूर था लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में स्थान नहीं मिल पाया | 

साल 1999 में आयरलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैचों के लिए उनको चुना गया, और इस बार उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह भी मिली |

इस मिताली राज ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय करियर मै शुरुवात की और अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 114 रनों की पारी खेली | 

जनवरी 2002 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन दुर्भाग्य से वो जीरो रन पर आउट हो गई | हालांकि, तिसरे टेस्ट मैच में बेहतरीन वापसी करते हुए उन्होंने 214 रनों की अद्भुत पारी खेली | और ऑस्ट्रेलिया के करण रोल्टन के 209 रनों का रिकॉर्ड तोड़ते हुये शानदार 214 रन बनाये और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया |

मिताली राज का यह रिकॉर्ड पाकिस्तान की किरण बलूच ने तोड़ा है, जिन्होंने मार्च 2004 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 242 रन बनाए थे |

मिताली राज ने अपने बेहतरीन खेल के दम पर साल 2010, 2011 और 2012 में आइसीसी द्वारा जारी रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया |

उन्होंने 2005 में दक्षिण अफ्रीका में महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम का नेतृत्व किया, जहां टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा |

साल 2006 में मिताली राज के नेतृत्व में महिला क्रिकेट टीम ने दोबारा इंग्लैंड का दौरा किया | मिताली की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में 5 विकेट से हराकर दो मैचों की संख्या 1-0 से जीत प्राप्त की | और इंग्लैंड को उसी की धरती पर मात दी |

वे वर्तमान में 703 रेटिंग के साथ बल्लेबाज तालिका में सबसे ऊपर है | तेज गेंदबाजी में क्रीज और स्कोर करने की क्षमता उन्हें कमाल का खिलाड़ी बनाती है |

2013 महिला विश्व कप में, मिताली राज महिलाओं के बीच ODI चार्ट में नंबर 1 क्रिकेटर थी | उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 100: 1 और 50: 4, 100: 5 और 50: 50 रन बनाए, जिसमें एकदिवसीय मैचों में 3/4 और टी20 में 50: 10 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी थी |

फरवरी 2017 में, वह महिला वनडे में 5,500 रन बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी बनीं | वह वनडे और टी20 में भारत के लिए सबसे अधिक मैचों में कप्तानी करने वाली पहली खिलाड़ी हैं |

जुलाई 2017 में, वह महिला वनडे में 6,720 रन बनाने वाली पहली खिलाड़ी बनीं | उन्होंने इंग्लैंड की शार्लेट एडवर्ड के रिकॉर्ड को तोड़ा था |

उन्होंने 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम का नेतृत्व किया जहां टीम इंग्लैंड से नौ रन से हार गई थी |

दिसंबर 2017 में, उन्हें आइसीसी महिला वनडे टीम ऑफ़ द ईयर में खिलाड़ियों में से एक के रूप में नामित किया गया था |

अक्टूबर 2018 में, उन्हें वेस्टइंडीज में 2018 आईसीसी महिला विश्व टी20 टूर्नामेंट के लिए भारत की टीम में नामित किया गया था |

नवंबर 2020 में, मिताली राज को ICC महिला क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड के लिए राचेल हीहो-फ्लिंट अवार्ड और दशक की महिला ODI क्रिकेटर के पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था |

मई 2021 में, उन्हें इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ उनके एकमात्र मैच के लिए भारत के टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में नामित किया गया था |

 

जनवरी 2022 में, उन्हें न्यूजीलैंड में 2022 महिला क्रिकेट विश्व कप के लिए भारत की टीम के कप्तान के रूप में नामित किया गया |

पुरस्कार

  • 2003 में उन्हें अर्जुन अवार्ड  से सम्मानित किया गया |
  • 2015 में पदम् श्री से सम्मानित किया गया |
  • मिताली राज प्रथम भारतीय महिला हैं जिन्हें 2015 में वेस्डेन इंडियन क्रिकेटर ऑफ द ईयर सम्मान से सम्मानित किया गया |
  • 2017 में रेडियंट वेलनेस कॉन्क्लेव, चेन्नई में यूथ स्पोर्ट्स आइकन ऑफ एक्सीलेंस अवार्ड
  • 2017 में वोग की 10वीं वर्षगांठ पर वोग स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर
  • 2017 में बीबीसी 100 महिला सूची
  • 2017 में विजडन लीडिंग वुमन क्रिकेटर इन द वर्ल्ड
  • 2021 में भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया |

 

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